New Delhi: किसानों के प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर नि’शाना साधा है. कांग्रेस ने अपने ऑफिशियल ट्वीटर पर ट्वीट कर कहा कि-किसान जो मांग रहा है, वो मिल नहीं रहा…जो नहीं चाहिए, वो जबरन दिया जा रहा है..
कांग्रेस के इस ट्वीट पर लोग जमकर प्रतिक्रिया दे रहे हैं. एक यूजर ने ट्वीट कर लिखा कि- वो जबरन इसलिए दिया जा रहा है क्योंकि उस से आगे चलकर साहेब के मित्रो को फायदा मिलेगा उनकी जेबे भरी जायेंगी..
एक और यूजर ने लिखा कि- किसान जो मांग रहा है उसे कांग्रेस ने दशकों तक शासन करते समय क्यों नहीं दिया? राहुल कौनसे किसान के समर्थन में गयें है!
एक ने लिखा- माननीय उच्चतम न्यायालय का किसान कानून के सम्बन्ध में दिया गया आदेश बेहतर परिणाम लाने वाला होगा,परन्तु मोदी के जनविकास से मुद्दा विहीन हो चुके कांग्रेस व वामपंथियों की बिचौलिया आंदोलन को 2024 चुनाव तक जिन्दा रखने की आशा में ..ये सुप्रीम आदेश बहुत बड़ी बाधा बन गया है.
किसान आंदोलन की तुलना नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में महीनों चले धरने से होने लगी है। सुप्रीम कोर्ट में भारतीय किसान यूनियन (BKU) भानु ग्रुप के वकील एपी सिंह ने कहा कि शाहीन बाग के धरने की तुलना किसान आंदोलन से नहीं की जा सकती है क्योंकि किसान आंदोलन में देशभक्ति का पुट है। उनके इस बयान पर कुछ लोग यह पूछने लगे कि क्या शाहीन बाग आंदोलन देशविरोधी था?