New Delhi: दिल्ली के एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाला 8 साल का ये मासूम बच्चा गरीबों बच्चों की मदद के लिए अपने नन्हें कदम आगे बढ़ाया है. इस मासूम बच्चे ने सरकारी स्कूल के 100 से अधिक छात्रों की बोर्ड परीक्षा शुल्क का भुगतान करने का फैसला लिया है. बच्चे ने उन बच्चों के लिए करीब 2लाख रुपए जुटाए हैं जो आर्थिक संकट से जूझ रहे थे.
दरअसल, 8 साल के बच्चे का नाम अधिराज सेजवाल है. वो क्लास 3 में पढ़ता है. उसकी मम्मी एक सरकारी स्कूल में टीचर है. उन्होंने बताया कि कुछ छात्र शुल्क का भुगतान करने में असमर्थ थे. मां से गरीब बच्चों की कहानी सुनकर बच्चा भावुक हो गया और तुरंत अपने गुल्लक से 12,500 रुपए निकालकर दिए, जो उसने खुद पैसे बचाकर अपने गुल्लक में सेविंग की थी.
वह अब लगभग दो लाख जुटाने में कामयाब हो गया है, 100 से अधिक छात्रों की मदद करने के लिए पर्याप्त है.. कक्षा 10 और कक्षा 12 के लिए बोर्ड परीक्षा शुल्क का भुगतान करने की अंतिम तिथि 15 अक्टूबर थी. परीक्षा शुल्क लगभग 2,250 से 2,400 है..
जिन छात्रों को सहायता प्राप्त होगी, उनमें कक्षा 12 से 86, और कक्षा 10 से 16, बच्चे शामिल हैं..बच्चे ने बताया कि “मैंने अपनी माँ को फोन पर किसी से बात करते हुए सुना था, वह परेशान थी. उसने मुझे बताया कि कुछ छात्र अपनी सीबीएसई परीक्षा की फीस नहीं दे पा रहे थे.. फिर मैंने पांच छात्रों की फीस देने का फैसला किया.. बाद में, मैंने देखा कि वहाँ कई बच्चे थे. जो लोग मदद करना चाहते थे, मेरे सहपाठियों और अन्य लोगों के माता-पिता ने भी योगदान दिया…
बाद में मैंने 1,80,000 जुटाए.. अधीराज के पिता ने कहा: “मेरी पत्नी को परीक्षा शुल्क का भुगतान करने के बारे में माता-पिता को सूचित करने का काम दिया गया है.. कुछ छात्र कह रहे थे कि वे भुगतान नहीं कर पाएंगे.. अधीराज ने उससे समस्या के बारे में पूछा.. बाद में, उसने मदद की पेशकश की.. “उन्होंने कहा कि वह पांच छात्रों की फीस का भुगतान करेंगे.. फिर हमने यह भी सोचा कि हम 5-6 छात्रों की फीस का भुगतान करेंगे.. हमने अपने परिवार के साथ चर्चा की.. हमने एक अभियान शुरू किया और पैसे जुटाए..मेरे दोस्तों और रिश्तेदारों ने भी अपना थोड़ा दान दिया.. हम लगभग दो लाख जुटाने में सक्षम थे, जिससे लगभग 100 छात्रों को मदद मिली.